वाराणसी के काशीपुरा क्षेत्र के आसपास धातु कर्म की उत्कृष्ट शिल्पकारी को देखा जा सकता है। मंदिरों की घण्टियों के निर्माण के अतिरिक्त दैनिक जीवन में उपयोग लायी जाने वाली घरेलू वस्तुओं का निर्माण किया जाता है|
धातु को पिघलाकर ढलाई करने की प्राचीन तकनीकी के अनुसार इन खूबसूरत कलाकृतियों को मूर्त रूप प्रदान किया जाता है..भारत के प्रत्येक घर और मंदिर में ये धातु के बनाए घंटे और घंटियां देखने को मिल जाते है|
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